पवन दुर्गम, बीजापुर- विधानसभा चुनाव, लोकसभा चुनावों के साथ ही त्रिस्त्रीय पंचायत और नगरीय निकाय चुनावों में आरक्षण को सुगबुगाहट को लेकर संभावित और मौजूदा सदस्यों की धड़कनें बढ़ी हुई हैं. नगरीय निकाय चुनाव में बीजापुर नगर पालिका में चुनाव होना है वहीं पंचायत के चुनावों में जिला पंचायत के बड़े नेताओं ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। बीजापुर जिला पंचायत में कुल दस सीटें हैं जिसमे 8 सीटें अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित हैं तो 2 सीटें अनारक्षित वर्ग के लिए आरक्षित हैं। जिसमे गंगालूर और तिमेड़ शामिल हैं। फिलहाल बीजापुर जिला पंचायत में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर 8 सीटों के साथ कांग्रेस काबिज है।
जैसे जैसे चुनावों की तारीख नज़दीक आती जा रही है वैसे वैसे मौजूदा जिला पंचायत सदस्य और संभावित उम्मीदवार अपनी दावेदारी और पैंतरेबाज़ी में जुट गए हैं। आरक्षण बदलने की स्तिथि का पूर्वानुमान लगाकर कई दावेदार अपने सीट और दूसरे वैकल्पिक सीटों पर पसीना बहाते और सामाजिक समीकरण बनाते नजर आ रहे हैं।
बीजापुर जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडियम की नैमेड सीट सबसे ज़्यादा हाईप्रोफाइल है क्योंकी मौजूदा अध्यक्ष होने के नाते अगले अध्यक्ष के लिए भी सबसे बड़े दावेदारों में वे शुमार है। वहीं जिला पंचायत उपाध्यक्ष कमलेश कारम की उसूर सीट भी खासा महत्वपूर्ण हो जाती है।
बीजापुर जिले में सबसे ज्यादा चर्चा इन दिनों गंगालूर और तीमेड जिला पंचायत सीट की है। क्योंकि दोनो सीट अनारक्षित हैं गंगालूर सीट से भाजपा समर्थित पुष्पा राव मौजूदा सदस्य हैं तो तीमेड सीट से कांग्रेस समर्थित बसंत राव ताटी जिला पंचायत सदस्य हैं। पुष्पा राव पहली बार जीतकर जिला पंचायत पहुंचीं थीं वहीं बसंत ताटी मंझे हुए नेता हैं जिन्होंने अविभाजित दंतेवाड़ा जिला में उपाध्यक्ष रहकर महेंद्र कर्मा और छबिंद्र कर्मा जैसे नेताओं के साथ समाजस्य बैठकर काम किया था।
जिला पंचायत चुनावों में अटकलों और दावों का खेल भी शुरू हो गया है। गंगालूर क्षेत्र से कई दावेदार अभी से दावेदारी कर रहे हैं। इसबार युवाओं के सर दोनो पार्टियां बागडोर सौंप सकती हैं। ऐसा लगता है भाजपा -कांग्रेस के बड़े नेताओं ने सबको हामी वाला अंगूठा दिखा दिया है। तीमेड सीट पर भी आरक्षण के साथ ही खेल शुरू हो जाएगा। बसंत राव ताटी के मुकाबले इस बार नए और युवा चेहरे दौड़ में नजर आ सकते हैं। कई नाम ऐसे हैं जो अभी से पॉलिटिकल चर्चाओं में अपने दावे मजबूत कर रहे हैं।