पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में बीजापुर के इन दिग्गज नेताओं को मिली चुनाव प्रचार की अहम जिम्मेदारी. गढ़चिरौली में आमने सामने होंगे कांग्रेस से विधायक विक्रम मंडावी और भाजपा से जी वेंकट.
पवन दुर्गम, बीजापुर- महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में जमकर जुबानी जंग और प्रचार का शोर गूंज रहा है। चुनाव प्रचार में जाने के दौरान कल शिवसेना यूबी प्रमुख उद्धव ठाकरे का हेलीकॉप्टर में बैग चेक करने के बाद माहौल और ज़्यादा गरमा गया है। उद्धव ठाकरे अब चुनावी सभाओं में भाजपा और शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर हमलावर हैं। सीमावर्ती छत्तीसगढ़ भी अब महाराष्ट्र के चुनावों ने अछूता नहीं है। गढ़चिरौली जिला छत्तीसगढ़ का सीमावर्ती जिला है जहाँ से छत्तीसगढ़ का रोटी- बेटी का नाता है। यही वजह है की राष्ट्रीय राजनैतिक दल कांग्रेस- भाजपा ने बीजापुर के नेताओं को चुनावी प्रचार की कमान सौंपी है।
बीजापुर विधानसभा में दो दूसरी बार के मौजूदा विधायक विक्रम मंडावी को पड़ोसी जिला गढ़चिरौली और अहीरी विधानसभा चुनावों में प्रचार की कमान सौंपी गई है। विधायक मंडावी रायपुर दक्षिण की उपचुनाव सीट से प्रचार कर लौटे हैं और अब महाराष्ट्र में प्रचार की कमान संभालेंगे। स्थानीय चुनावी समीकरणों को साधकर पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने की काबिलियत के चलते विधायक विक्रम मंडावी को यह दायित्व मिला है।
वहीं भारतीय जनता पार्टी ने बीजापुर के बड़े भाजपा नेता जी वेंकट को महाराष्ट्र में चुनाव की कमान सौंपी है। जी वेंकट को सीमावर्ती गढ़चिरौली जिले में बतौर जिला समन्वयक का दायित्व सौंपकर पार्टी ने भरोसा जताया है। गौरतलब है की जी वेंकट बस्तर जिला प्रभारी हैं और उनके नेतृत्व में विधानसभा चुनावों में पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया। साथ ही कवर्धा में जी वेंकट ने भाजपा को बढ़त दिलाई थी। जी वेंकट को महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में पार्टी द्वारा दी गई बड़ी जिम्मेदारी से कयास लगाए जा रहे हैं की आगामी दिनों में छत्तीसगढ़ के निगम, आयोग और मंडलों में जी वेंकट को बड़ी जिम्मेदारी से पार्टी नवाज़ सकती है।
अखिल भारतीय अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ द्वारा प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेश चंद्राकर को नवापुर ST विधानसभा सीट पर ऑब्जर्वर नियुक्त कर बड़ी जिम्मेदारी दी गई है।