पवन दुर्गम, बीजापुर :- बीजापुर जिले में ग्रामीण अंचलों तक सड़क पहुंचाने का जिम्मा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना पर है। विभाग नक्सली क्षेत्र होने का हवाला देकर मनमुताबिक कार्य करता रहा है। विभागीय उदासीनता और भ्रस्टाचार के मामलों पर प्रशासन और सरकार की अनदेखी से यहां निर्माण कार्यो में गुणवत्ता को ठेंगा दिखा दिया जाता है। रायगढ़ की गुप्ता कंस्ट्रक्शन पर दमपाया, चिन्नामाटूर, तरलागुड़ा से कोततुर, रुद्राराम, में गुणवत्ताहीन सड़क निर्माण कार्य उजगार हो चुका है।
नक्सल प्रभावित कुटरू क्षेत्र में प्रधानमंत्री ग्राम सडक योजना के तहत बनायी जा रही करोडों की लागत से निर्माणाधीन सडक भ्रश्टाचार की भेंट चढते हुए नजर आ रही है। कंस्टक्शन कंपनी और पी एम जी एस वाई के अधिकारी कर्मचारियों द्वारा अपनी तिजोरी भरने घटिया सडक निर्माण कार्य को अंजाम दिया जा रहा हैं। अब ग्रामीणों में गुणवत्ताहीन सडक निर्माण को लेकर काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है।
भैरमगढ जनपद के मंगापेटा ग्राम पंचायत के आश्रित गांव पाताकुटरू से अबूझमाड के गुमनेर गांव को जोडने के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सडक योजना के तहत 4 करोड 14 लाख की लागत से 12 किलोमीटर लंबी सडक का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। इस सडक के निर्माण कार्य का ठेका रायगढ की गुप्ता कंस्टक्शन कंपनी को मिला है। करीब साढे चार किलोमीटर लंबी सडक का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। इस सडक के निर्माण में संबंधित कंस्टक्शन कंपनी को विभाग दारा 40 लाख का भुगतान भी कर दिया गया है। साढे चार किलोमीटर पूर्ण हुए सडक की गुणवत्ता के साथ समझौता करते हुए विभाग ने बेहद ही निम्न स्तर के निर्माण कार्य को अंजाम दिया है। सडक में मुरूम डालकर रोड रोलर नहीं चलाया गया। जिस कारण सडक में बिछाया गया मुरूम हाथ की उंगलियों से भी उखड रहा है। ऐसे में बारिश के दिनों में ये सडक पूरी तरह से बह जायेगी। कईयों जगह ग्राउंड लेवल से महज 1 इंच ही मुरूम बिछाया गया है। साढे चार किलोमीटर की इस सडक में 3 पक्के पुल-पुलिये का भी निर्माण होना था। मगर हयूम पाईप लगाकर खानापूर्ति की गई। बरसाती नालों में हयूम पाईप लगाकर जिस पुल का निर्माण किया गया है। उस पुल की गुणवत्ता इतनी खराब है कि निर्मित पुल पहली बारिश भी नहीं झेल पायेगा। सडक के निर्माण में गुणवत्ता के साथ हुए खिलवाड से अब ग्रामीणों में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि इस सडक का निर्माण कार्य कुछ साल पहले वन विभाग दारा करवाया गया था। जिसके चंद सालों बाद ग्राम पंचायत दारा सडक का मरम्मत कार्य करवाया गया था। अब उसी सडक के निर्माण का जिम्मा पी एम जी एस वाई ने लिया। मगर सडक के निर्माण में कोताही बरती जा रही है।
इस पूरे मामले में जिले के कलेक्टर के.डी. कुंजाम ने कहा है कि एक सप्ताह के अंदर वे खुद ही इस सडक के निर्माण का जायजा लेंगे। साथ ही जांच कर संबंधित दोशी अधिकारी कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई करेंगे।