बीजापुर में वनरक्षक फिजिकल टेस्ट मामले ने पकड़ा तूल, विधायक विक्रम मंडावी ने सूबे के मुखिया को सौंपा रोजगार में स्थानीय भर्ती का आवेदन। सीपीआई और भाजपा नेता भी हैं लगा चुके बीजापुर में वन विभाग के अधिकारियों पर मनमानी का आरोप।
बीजापुर- बीजापुर के विधायक विक्रम मंडावी ने सोमवार को चित्रकोट में हुए बस्तर विकास प्राधिकरण की बैठक के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को बस्तर संभाग के भर्तियों में स्थानीय बेरोजगार युवक/युवतियों को प्राथमिकता देने संबंधी मांग को लेकर एक ज्ञापन सौंपा है।
मुख्यमंत्री को सौंपे गए ज्ञापन में विधायक विक्रम मंडावी ने कहा कि बस्तर संभाग आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है संभाग के स्थानीय लोग गरीब है और उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नही होने के कारण आगे की पढ़ाई कम ही कर पाते हैं और विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा में कम ही भाग ले पाते है। वर्तमान में बस्तर संभाग के जिलों में विभिन्न विभागों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है जिसमें स्थानीय बेरोजगार युवक-युवतियां बढ़ चढकर भाग ले रहे हैं। बस्तर संभाग के जिलों में विभिन्न विभागों में चल रही भर्ती प्रक्रिया में संभाग के स्थानीय बेरोजगार युवक-युवतियों को प्राथमिकता मिलना चाहिए जिससे स्थानीय बेरोजगारों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके।
सोशल मीडिया में भाजपा नेता फूलचंद गागडा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य युवा मोर्चा ने सोशल मीडिया फेसबुक प्लेटफार्म पर पोस्ट करके लिखा की बीजापुर वन विभाग के अधिकारी सरकार से ऊपर हो गए हैं। सरकार की नियमों को दरकिनार कर मनमानी कर रहे हैं। भर्ती पारदर्शिता के साथ हो प्रसाशन को ध्यान देना चाहिए।
आज भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव कमलेश झाड़ी के नेतृत्व में सीसीआई का एक दल वनरक्षक भर्ती स्थल ज्ञानगुड़ी पहुंचा जहां दल ने अधिकारियों से लग रहे आरोपों पर बातचीत करनी चाही लेकिन कोई बड़ा अधिकारी नहीं मिला। सीपीआई नेताओं ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम बीजापुर को ज्ञापन सौंपकर भर्ती प्रक्रिया को निरस्त करके स्थानीय बेरोजगार युवाओ की भर्ती करने की मांग की है।