पवन दुर्गम, बीजापुर : गांजा और नशे के बढ़ते प्रभाव को लेकर थे अवेयर न्यूज़ ने कल एक खबर प्रकाशित की थी। नशीली दवाओं के तस्कर बीजापुर को उड़ता पंजाब बनाने की फिराक में. दिन ब दिन बढ़ने लगा नशे का कारोबार. NH किनारे बिक रहा नसों को खोखला करने का सामान. शीर्षक से खबर प्रकाशित हुई थी। बीजापुर नगर में कई ऐसे स्पॉट बनते जा रहे हैं जहाँ इन दिनों गांजा और नशीली दवाओं की बिक्री का अड्डा बनते जा रहे हैं।
कल प्रकाशित खबर में जिले में बढ़ रहे नशे के कारोबार को लेकर ध्यानाकर्षण किया गया था। बीजापुर जिला मुख्यालय में ओल्ड बस स्टैंड, महादेव तालाब और नेशनल हायवे किनारे लग रहे फल फ्रूट्स दुकानों में गांजा बिकने की खबर एंजल सोर्स के आधार पर लगाई गई थी।
आज कोतवाली पुलिस हरकत में आई। ओल्ड बस स्टैंड के पास स्तिथि मुमताज़ बेगम के मकान में छापा मार कार्रवाई की गई। छापेमारे में करींब एक किलो गांजा बरामद किया गया है। गांजा तस्करी मामले में मुमताज बेगम को कोतवाली पुलिस ने अरेस्ट किया है। कल न्यायालय में पेश किया जाएगा। कोतवाली प्रभारी दुर्गेश शर्मा ने बताया की पुलिस नगर में लगातार ऐसे मामलों के शिकायत पर कार्रवाई करते रहते हैं। मुमताज बेगम के यहाँ से पहले भी गांजा बरामद किया गया था। अब समाज को भी ऐसे मामलों में आगे आकर पुलिस को सूचना देनी चाहिए।
बीजापुर में गांजा, एटीज़ोला, अल्फ़ाजोलम O.5, ट्रामाडोल 0.25 और गर्भवती महिलाओं को दर्द के दौड़ानंदिये जाने वाली दवा एसीप्रॉक्सी -1 बेची जा रही है। नशे के सौदागर इन नशीली दवाओं को तेलंगाना और महाराष्ट्र से बस और बाइक से तस्करी करके बीजापुर लाते हैं। लाने के दौरान महिलायें इसे कपड़े में छुपाकर या बैग में सुरक्षित रखकर लाती हैं। इसके बाद बीजापुर में अलग अलग ठिकानों से इसे बेचा जाता है। बीते 4 महीने में बीजापुर के लगा अलग ठिकानों में छापामार करवाई करके पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है।
डॉक्टर की एक्सपर्ट ओपिनियन,
बीजापुर के एम सीएमएचओ और एम डी मेडिसिन डॉ.बी आर.पुजारी से सवाल जवाब,
सवाल-सर बीजापुर में अल्फ़्राजोलम और ट्रामाडोल का नशा युवा कर रहे हैं इसके क्या दुष्परिणाम हैं ?
उत्तर- आजकल युवा अल्फ़्राजोलम और ट्रामाडोल को शराब में मिलाकर नशा करते हैं। जिससे नशा ज़्यादा और जल्दी होता है। ट्रामाडोल भांग ग्रुप का मेडिसिन है। इसको ज़्यादा सेवन से नशा होता है। ज्यादातर शराब में मिलाकर इसको नशे के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है।
सवाल- 20-21 साल के युवाओं में लगातार इस्तेमाल से कैसी बीमारियां उभर सकती हैं ?
उत्तर- लगातार सेवन से उस दवा के आदि हो जाएँगे। जिससे नर्वस सिस्टम पर असर पड़ेगा.किडनी लिवर की बीमारियां शुरू हो जायेंगी. जिससे बाद में डायलिसिस शुरू हो जाएगा. बीमारी स्तिथि भी सही नहीं रहेगी, ब्रेन पर सीधा असर बढ़ेगा.
सवाल- क्या बीजापुर में ऐसे युवाओं के केसेस रिपोर्ट हुए हैं ?
उत्तर- कुछ लोगों में ऐसे शिकायतें आईं हैं, उनको इन दवाओं के ज़्यादा इस्तेमाल के दुष्परिणामों के बारे में सजग भी किया गया है. अभी तक हमारे जिले में कोई रिपोर्ट नहीं आया है.