बीजापुर @ शराबबंदी को लेकर भाजपा द्वारा मंगलवार को एक दिवसीय प्रदेश स्तरीय धरना प्रदर्शन के आह्वान पर बीजापुर ज़िले में एक भी कार्यकर्ता इस धरना प्रदर्शन में शामिल होना तो दूर इस प्रदर्शन में भाजपा के कार्यकर्ता प्रदर्शन करते कही पर भी दिखाई नही दिए और घर में रहकर करने वाले इस प्रदर्शन से दूर रहे और घरों में रहकर प्रदर्शन करने का प्लान बीजापुर के साथ साथ पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश में पूरी तरह फ़्लॉप शो रहा।
शराब बंदी का राग अलापने वाली भाजपा पंद्रह साल सत्ता में थी उस वक़्त भाजपा के लोग क्या कर रहे थे ? जब प्रदेश की भूपेश सरकार द्वारा शराबबंदी के लिए समिति गठित की तो शराबबंदी समिति का विरोध किए असल में ये भाजपा के दोहरा चरित्र को दर्शाता है भाजपा तब भी नही चाहती थी और अब भी नही चाहती है कि प्रदेश में शराबबंदी हो उल्टे कोरोना काल में केंद्र की मोदी सरकार ने शराब दुकानों को खोलने की अनुमति भी दे दी भाजपा का यह दोहरा चरित्र बीजापुर की जनता समझ चुकी है अब बीजापुर ज़िले की जनता भाजपा को पूरी तरह नकार चुकी है और भाजपा का जिले में कोई जनाधार नही है इसलिए भाजपा के कार्यकर्ता भी भाजपा के बड़े नेताओं के अवहान पर धरना प्रदर्शन से बच रहे है।छत्तीसगढ़ प्रदेश में जब से भूपेश बघेल जी की सरकार बनी है तब से प्रदेश का हर वर्ग ख़ुश है।