बीजापुर। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत तारलागुड़ा से कोतुर तक बनाई जा रही पूल का काम स्तरहीन किया जा रहा है। ठेकेदार विभागीय अफसरों की उदासीनता का फायदा उठाकर घटिया काम को अंजाम दे रहे है।मामला सामने आने के बाद अब अफसर पूल के स्लैब को तोड़कर पुनः बनाये जाने की बात कर रहे है।
आजादी के बाद पहली बार बन रही महत्वपूर्ण सड़क पर विभागीय उदासीनता। एक ही ठेकेदार के निर्माण कार्यों में मिल रही हैं घटिया निर्माण और लापरवाही की शिकायतें। पेटी में देकर मुनाफे का खेल खेल रहे हैं ठेकेदार। अधिकारियों के रसूक के आगे नतमस्तक हैं नेता- अधिकारी।
बात दें कि तारलागुड़ा से कोतुर तक करीब 4.20 किलोमीटर की सड़क के साथ पूल का निर्माण किया जा रहा है।1 करोड़ 23 लाख 51 हज़ार की लागत से बन रहे सड़क और पूल में अमानक सामग्रियों का उपयोग कर स्तरहीन काम को अंजाम दिया जा रहा है। तारलागुड़ा मार्ग पर मुख्य मार्ग से लगे पहले पूल का निर्माण इतना निम्नस्तर का किया गया है कि उसके स्लैब की गिट्टी बाहर आने लगी है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के एसडीओ हेमंत सालेचा ने खुद माना है कि सड़क व पूल के काम मे लापरवाही बरती गई है। उन्होंने बताया कि पूल का काम शुरुआती दौर में है। सालेचा के मुताबिक उक्त पूल को तोड़कर पुनः उसका निर्माण कराया जाएगा। जानकारी हो कि विगत तीन माह से तारलागुड़ा से कोतुर सड़क का काम बंद पड़ा था।ठेकेदार ने बिना विभागीय जानकारी के काम शुरू शुरू कर दिया। अधिकारी अब घटिया निर्माण की बात को स्वीकार कर कार्यवाई किये जाने की बात कर रहे है।
वही इस मसले को कलेक्टर केडी कुंजाम ने भी गंभीरता से लिया है। और उन्होंने निर्माण कार्य की जांच कराकर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के ई ई विजय कोमरे को कार्यवाई करने के निर्देश दिए हैं।