◆नक्सलक्षेत्र का डर का फायदा उठा रहा सचिव
◆पहले भी फर्जी मस्टरोल में फंस चुका है रोजगार सचिव
दंतेवाड़ा/बारसूर@ लोहंडीगुड़ा ब्लाक के एयरपुंड ग्राम पंचायत में रोजगार सचिव धनीराम मांझी सरकार की सबसे महत्त्वकांक्षी योजना महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना में पलीता लगाते नजऱ आ रहे। दरअसल अंदुरुनी नक्सल प्रभावित ग्राम होने की वजह से रोजगार सचिव गांव के हितग्राहियों के लिये आये भूमि समतलीकरण, तालाब गहरीकरण जैसे कामो को मजदूर से कराने की बजाय ट्रैक्टर व जेसीबी मशीनों से खुलेआम करवाता नजऱ आ रहा है। देखिये वीडियो
दरअसल रोजगार सचिव बीते हफ्ते भर से जिस कार्य को रोजगार गारंटी के तहत करना चाहिए उसे ट्रैक्टरों के माध्यम से हितग्राहियों की भूमि को समतलीकरण करवा रहा है। पूरा खेल फर्जी मस्टरोल से मनरेगा आहरण की राशि से जुड़ा है।रोजगार सचिव का यह एयरपुंड पंचायत में कोई नया कारनामा नही है, इससे पूर्व में भी फर्जी मस्टरोल भरकर लाखो रुपये गड़बड़झाला कर पैसे आहरण करने का आरोप भी इसी रोजगारसचिव पर लगा था.जिस पर जांच तो बैठी पर जनपद पंचायत लोहंडीगुड़ा के सीईओ और जांच टीम से सांठगांठ कर गरीब ग्रामीणों के अधिकार का लुटेरा सचिव बचकर निकल गया। जिन मजदूरों की भूमि समतलीकरण किया जा रहा है। उनकी बैंक पासबुक भी रोजगार सचिव धनीराम मांझी अपने कब्जे में रखे हुये है. जिसे वह सरकारी पैसा आहरण करते वक्त इस्तेमाल करेगा।
जानकारी के लिए यह भी बताते आपको की जगदलपुर जिले में एयरपुंड पंचायत दंतेवाड़ा जिले के शरहद से सटी हुई अंदुरुनी नक्सल प्रभावित पंचायत है। जिसके खौफ से कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ, जनपद सीईओ से लेकर कोई भी सरकारी अफसर इस पंचायत की तरफ नही पहुँचता है। जिसका फायदा रोजगार सचिव जैसे भ्रष्टाचारी नक्सल क्षेत्र फायदा उठाकर सरकारी कामो में सेंधमारी कर धन की उगाही कर रहे हैं।
क्या कहा अधिकारियों ने अजय मनरेगा एपीओ लोहंडीगुड़ा
जांच करवाई जाएगी आपसे मामला सज्ञान में आया है। ट्रेक्टर चलवाने का नियम नही है। चेक करवा लेता हूँ मैं।