दंतेवाड़ा@ दंतेवाड़ा जिले में कोरोना महामारी के बढ़ते दूसरे लहर के संक्रमण से बचाव के लिए जिले में लॉक डाउन 6 मई तक बढ़ा दिया गया है। ताकि लोग सुरक्षित घर पर रह सके और कोरोना के खतरे को फैलने से रोका जा सके। मगर दंतेवाड़ा जिले आपदा को अवसर में बदलकर नियम कानून की धज्जियां उड़ाने वाले फूहड़ व्यापारियों की कमी नही है। नज़ारा कुपेर गांव का है, जहाँ बाजार जैसा माहौल गांव में गीदम से गये व्यापारियों ने बना दिया है। वनोपज की खरीदी औने पौने दर पर मजबूर आदिवासी ग्रामीणों से खरीदी की जा रही है।
जानकारी के मिली है ये सभी व्यापारी गीदम के है, इनमें से कुछ कपड़ा,किराना और गल्ला व्यवसायी है। इस तरह से आपदा को अवसर में बदलने वाले इन मौका परस्त व्यापारियों पर जिला प्रशासन को नियमतः कार्यवाही करनी चाहिए ताकि इन्हें सबक मिल सके। और इस महामारी के दौर में ग्रामीणों के जीवन को संकट में न डाले।