दंतेवाड़ा@ पीपीई कीट पहन हाथों में नवजात शिशु पकड़ी ये नर्स दंतेवाड़ा जिले के गीदम कोविड अस्पताल की है। जहाँ कटेकल्यान ब्लाक के गुडसे पटेलपारा की वेल्ली मरकाम और हौरनार कि लक्ष्मी ओयामि गर्भवती होने साथ साथ कोरोना संक्रमित थी। दोनों महिलाओं का दंतेवाड़ा गीदम कोविड केयर अस्पताल में कोरोना का ईलाज प्रशासन द्वारा करवाया जा रहा था। जैसे ग्रामीण महिलाओं के गर्भवती होने की जानकारी दंतेवाड़ा कलेक्टर दीपक सोनी तक पहुँची। उन्होंने विशेष निगरानी में कोरोना संक्रमित महिलाओ का इलाज करवाने के निर्देश स्वास्थ्य अमले को दिये।
जिसके बाद दोनों ही गर्भवती ग्रामीण महिलाओं के ईलाज में चिकित्सक व नर्स स्टाफ दिन-रात सघन देखभाल लग गये । क्योकि स्वास्थ्यकर्मियों के पास ऐसे मामलों में दोहरी जिम्मेदारी थी। जच्चा और बच्चा दोनों की सुरक्षा का दायित्व होने निभाना था। जिसे उन्होंने बखूबी निभाया भी अंतः दोनों गर्भवती महिलाओं की सुरक्षित प्रसव करवाकर स्वास्थ्य अमले ने अपनी जिम्मेदारी सकुशल निभाई। जहाँ जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ्य है।
ये तस्वीर अपने आप मे यह बताने के लिये पर्याप्त है कि दंतेवाड़ा जिले के नक्सल संवेदनशील इलाको में जिला प्रशासन दंतेवाड़ा कलेक्टर दीपक सोनी के खींचे खाखे पर किस तरह से लड़कर कोरोना की जंग जीत रहा है। कोरोना महामारी संक्रमण के फैलाव के डर से लोग नजदीकी रिश्तों से भी दूरी बना लेते हैं। ऐसी परिस्थितियों में प्रशासन का काम काबिले तारीफ़ है।
दीपक सोनी कलेक्टर, दंतेवाड़ा
माँ और बच्चे दोनों स्वस्थ्य और पूरी तरह से अभी हेल्थी है। हेल्थ टीम ने बहुत ही अच्छे से अपनी जिम्मेदारी निभाई है। पूरी तरह से स्वस्थ्य होने तक जच्चा बच्चा दोनों की केयर अस्पताल में ही करेंगे।