दंतेवाड़ा@ कोरोना लॉकडाउन खत्म होने बाद से शासन शैक्षणिक संस्थान भी शुरू कर दी है। शैक्षणिक संस्थानों में स्कूल बस भी जिले में चालू हो गयी है। स्कूली बच्चों के साथ किसी तरह की अनहोनी दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए स्कूल बसों की चेकिंग और भौतिक सत्यापन परिवहन विभाग व ट्रैफिक पुलिस संयुक्त रूप से कर रही है। जिसके लिए संस्थाओं के खुलते ही संस्था के संचालको को नोटिस के द्वारा स्कूल बसों के दस्तावेज व वाहन के भौतिक सत्यापन के लिए हाई स्कूल मैदान में बुलाया गया। जहाँ जिले के 12 स्कूलों के संचालक 12 बसों को लेकर भौतिक सत्यापन करवाने पहुँचे थे.
जहाँ सत्यापन के दौरान जिला परिवहन अधिकारी गौरव पाटले व यातायात प्रभारी निरीक्षक सलीम खाखा द्वारा अपनी टीम के साथ स्कूल बसों की भौतिक सत्यापन की कार्यवाही की गई। भौतिक सत्यापन के दौरान अधिकारियों द्वारा वाहनों के पंजीयन, फर्स्ट एड किट, अग्निशमन यन्त्र, वाहन चालक के लायसेंस, बच्चों के बस्ता रखने का स्थान, सीसीटीव्ही, जीपीएस सिस्टम, स्पीड गवर्नर, आपातकालीन दरवाजा दरवाजा लोकिंग सिस्टम, परमिट बीमा, फिटनेस, टैक्स पेमेंट की स्थिति, प्रदूषण कार्ड आदि की चेकिंग की गई।
चेकिंग के दौरान 02 स्कूली बस क्रमशः गायत्री नर्सिंग कॉलेज एवं कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल के एक एक बस की फिटनेस समाप्त होना व दोनों बसों का परमिट नहीं भी नहीं पाया गया। चेकिंग के दौरान जिन बसों में खामियाँ पाई गई उन्हें एक सप्ताह के भीतर पूरा करने समय दिया गया। संयुक्त जाँच टीम द्वारा मौके पर सभी स्कूल बसों क़ो स्कूल मैदान में चलवाकर परखा गया। जिला परिवहन अधिकारी गौरव पाटले द्वारा बताया गया की जिन स्कूल बस संचालकों द्वारा अब तक अपने स्कूल बसों का भौतिक सत्यापन नहीं कराये हैं वे एक सप्ताह के भीतर जिला परिवहन कार्यालय अपने बसों क़ो लेकर भौतिक सत्यापन करा सकते हैं।
एक सप्ताह के पश्चात बगैर भौतिक सत्यापन के स्कूल बसें सड़कों में पाए जाने पर उनके विरुद्ध नियमानुसार चालानी कार्यवाही की जावेगी। मौके पर यातायात प्रभारी निरीक्षक सलीम खाखा द्वारा स्कूल बस संचालकों क़ो प्रशिक्षित वाहन चालक / परिचालक नियुक्त करने आग्रह किया गया वहीं वाहन चालकों /परिचलकों क़ो स्कूल बस में बच्चों क़ो लाने ले जाने के दौरान बस में बच्चों क़ो चढ़ाते-उतारते समय आवश्यक सावधानी बरतने, वाहन सीमित गति से चलाने, बस की परमिट सीट की क्षमता से अधिक बच्चों क़ो नहीं बैठाने समझाईश दी गई ।