जिला अस्पताल में जेम से हो रहा करोड़ों का गेम
दांतेवाड़ा जिला अस्पताल का कारनामा, सीएसआर और डीएमएफ मद में जमकर चल रही बंदरबांट
सीएस डॉ गंगेश ने उपकरण खरीदने जेम से निकाला टेंडर, शासन ने अप्रैल 2021 में लगाई थी रोक
दांतेवाड़ा। दंतेवाडा जिला अस्पताल अपनी अव्यवस्थाओं को लेकर हमेशा ही सुर्खियों में रहा है। मरीज को समय पर उपचार न मिलने की बात हो, साफ सफाई हो या डॉक्टर्स का समय पर ड्यूटी पर ना पहुंचना हो, सभी मामलों में यहां घोर लापरवाही और अव्यवस्था व्याप्त है। लेकिन अब डॉक्टर गंगेश के सीएस रहते अव्यवस्थाओं के साथ साथ जिला अस्पताल भ्रष्टाचार का भी केंद्र बनता जा रहा है। सिविल सर्जन कार्यालय दंतेवाड़ा द्वारा डीएमएफ और सीएसआर मद के तहत कराए जा रहे कार्यों में जमकर भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है।
ताजा मामला जिला अस्पताल दंतेवाड़ा में उपकरण व अन्य सामग्री खरीदी का है। इसके लिए शासन के नियमों की धज्जियां उड़ाते सिविल सर्जन द्वारा जेम के तहत टेंडर जारी कर दिया गया है। जबकि शासन द्वारा अप्रैल 2021 में ही समस्त विभागों को स्पष्ट दिशानिर्देश जारी किया था कि जेम के तहत कोई कार्य नहीं कराया जायेगा। लेकिन दंतेवाड़ा सिविल सर्जन डॉ गंगेश ने शासन के नियमों को ठेंगा दिखाते करीब दो करोड़ के उपकरण खरीदी के लिए जेम के तहत निविदा आमंत्रित की है। जिसमें डिजिटल एक्सरे मशीन, ईसीजी मशीन, डेफेब्रिलेटर और एचएफएनसी मशीन शामिल है। इस मामले में विभागीय सूत्रों की माने इनमे से ज्यादातर मशीनें अस्पताल में पहले से ही उपलब्ध हैं। और चहेते सप्लायर को लाभ पहुंचाने टेंडर में इनका रेट कई गुना बढ़ा दिया गया है। मतलब किसी व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने पहले तो शासन के नियमों की धज्जियां उड़ाते जेम के तहत टेंडर कॉल किया और फिर शासन को चूना लगाने उपकरणों का रेट कई गुना बढ़ा दिया गया। इस संबंध में जब सिविल सर्जन डॉ गंगेश से पूछा गया तो उन्होंने नियम की जानकारी नहीं होने की बात कही। साथ ही ये भी कहा कि यदि आपके नियम है तो मुझे भेज दें। हालांकि इस प्रश्न के बाद पूरे विभाग के हांथ पांव फूल गए और जिला अस्पताल का पूरा अमला घंटों शासन के नियम
ढूंढने में लगा रहा। अब देखना होगा की डॉक्टर गंगेश शासन के नियमों का पालन करते इन उपकरणों की खरीदी करेंगे या शासन के दिशानिर्देशों को कूड़े में डाल पूर्व की भांति मनमाने तरीके से इनकी खरीदी की जायेगी।