दंतेवाड़ा@ कलेक्टर नंदनवार बड़े कमेली, नेरली, पाढ़ापुर, दुगेली, मोलसनार गांव में लगे निदान शिविर में पहुँचे ।खुले आसमान और महुवा पेड़ के नीचे बैठ कर ग्रामीणों की कलेक्टर ने समस्याएं सुनी। जिला मुख्यालय से सुदूर अंचल में संवेदनशील क्षेत्र मोलसनार पहुंच कर लोगों की समस्याओं से रूबरू हुए । शिविर को संबोधित करते हुए कलेक्टर ने कहा कि हम सभी आप सभी के बीच आएं हैं। आप सभी बेझिझक ,खुलकर अपनी समस्याएं रखें।उन्होंने कहा कि शासन द्वारा विभिन्न योजनाएं चल रही हैं।उन्होंने विभिन्न योजनाओं के बारे में ग्रमीणों को विस्तार पूर्वक बताते हुए जागरूक किया ।उन्होंने कहा कि प्रत्येक गुरुवार को सभी विकासखण्ड अंतर्गत विभिन्न ग्रामपंचायतों में निदान शिविर का आयोजन किया जा रहा है।इस शिविर के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई भी पात्र व्यक्ति शासन की योजनाओं के लाभ से वंचित नहीं रहे। साथ ही आपकी समस्याओं को भी सुना जा रहा है।शिविर में ग्रामीणों का उत्साह देखने को मिला। ग्रामीणों ने यहां उपस्थित होकर अपनी समस्या से अधिकारियों को अवगत कराया। ग्रामीणों ने शिविर में पेयजल, हैंडपंप,सड़क, शिक्षा , विद्युतीकरण, राशन , पेंशन ,रोड , पुल पुलिया सहित स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं को पहुंचे अधिकारियों को अवगत कराया।क्षेत्र की समस्या बताये जाने पर कलेक्टर ने सबंधितों को दुरूस्त करने के निर्देश दिये। पांचों ग्राम पंचायतों में आयोजित शिविर में ही कई समस्याओं का स्थल पर ही निराकरण किया गया।साथ ही कलेक्टर ने ग्रामीणों की मांगों एवं समस्याओं को प्राथमिकता के साथ निराकरण करने आश्वस्त करते हुए भरोसा दिलाया।
उन्होंने कहा कि आम जनता की समस्याओं और आवेदनों का सकारात्मक निराकरण करना और पात्र हितग्राहियों को योजनाओं से लाभान्वित इन शिविरों के आयोजन का प्रमुख उद्देश्य है। उन्होंने आम जनता से प्राप्त आवेदनों के निराकरण के पश्चात आवेदकों को सूचित करने के निर्देश भी दिए हैं।ताकि शिविर में आवेदनों पर की गई कार्रवाई पर पारदर्शीता बनी रहे।शिविर में विभागीय अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों को शासन की योजनाओं और कार्यक्रमों की जानकारी दी गई।
कलेक्टर ने ग्रामीणों से राजस्व मामलों से सबन्धित प्रकरण जैसे बी1 वाचन, नामांतरण, बंटवारा के निराकरण के सबंध में पूछा मनरेगा से लंबित भुगतान की स्थिती से अवगत हुए ।उन्होंने गांवों तक एम्बुलेंस की पहुँच ,बच्चों में टीकाकरण, गर्भवती माताओं की जाँच के सबंध में जानकारी लेते हुए गंभीर एनिमिक महिलाओं की उचित देखभाल करने की बात कही।उन्होंने कहा कि पात्रतानुसार हितग्राहियों को बकरी शेड, मुर्गी शेड देकर स्वरोजगार से जोड़ें।उन्होंने आँगनबाड़ी में बच्चों को सुपोषण योजना के तहत दिए जा रहे भोजन के बारे में भी पूछा।इस दौरान कलेक्टर ने अच्छे कार्य करने वालों की प्रसंशा करते हुए उन्हें प्रेम भावनाओं से कार्य करने प्रोत्साहित किया।शिविर में गांव के सरपंच,पंच, जिला पंचायत सीईओ ललितादित्य नीलम, एसडीएम आनंद राम नेताम, डिप्टी कलेक्टर अभिषेक तिवारी, डिप्टी कलेक्टर कमल किशोर , जनपद सीईओ अमित भाटिया सहित सम्बन्ध्ति अधिकारीगण एवं भारी संख्या में ग्रामीण जन मौजूद थे।