दंतेवाड़ा@ सद्भावना, नैतिकता, नशामुक्ति का संदेश जन-जन तक पहुँचाने के लिये जैन धर्म के तेरापंथ के आचार्य महाश्रमण जी 3 देश,20राज्य से 15000 किलोमीटर की पदयात्रा करते शुक्रवार को माई दंतेश्वरी की पावन धरा में दंतेवाड़ा में पहुँचे। जिनके स्वागत सत्कार में अम्बेडकर पार्क के पास भवन में जैन समाज व अन्य शहर के सम्भ्रांतजन आचार्य जी का आशीर्वाद लेने पहुँच रहे हैं।
इस मौके पर विमल सुराना(पूर्व जिलाध्यक्ष, कांग्रेस दंतेवाड़ा ने कहा कि आज दंतेवाड़ा की धरती पर आचार्य महाश्रमण के पग चरण से महा दंतेश्वरी की पावन धरती चन्दन हो गयी। आचार्य जी जिस उद्देश्य को लेकर छतीसगढ़ की धरती पर 4 जनवरी को प्रवेश किये हैं। अहिंसा, सद्भावना, नशामुक्ति का उद्देश्य जन जन तक पहुँचे। मुझे पूर्ण विश्वास है आचार्य महाश्रमण जी की पावन पग दंतेवाड़ा में पड़ने से युवाओ में आध्यात्म चेतना के साथ सभी मे करुणा दया का भाव आयेगा। छतीसगढ़ क्षेत्र हिंसा का क्षेत्र है। यहां अहिंसा का आगमन शांति सद्भावना आचार्य जी के आशीर्वाद से लोगो में आयेगी। आचार्य जी ने प्रवचन के बाद लोगो को शांति,सद्भावना और नशामुक्ति का संकल्प भी दिलाया।
आचार्य महाश्रमण जी के प्रवचन को सुनने के लिये सैकड़ो लोग पहुँचे हुये थे, जिन्होंने आचार्य जी का आशीर्वाद भी लिया स्वागत सत्कार व आशीर्वाद लेने दंतेवाड़ा की विधायक देवती महेंद्र कर्मा, नंदलाल मुड़ामी भाजपा नेता सहित जैन समाज के सुलोचना कर्मा,सुभाष सुराना, राजेश सुराना, गौतम सालेचा,रूपचंद बुरड़,मनोज सुराना, हेमचन्द सुराना, सन्तोष सालेचा,राजू बुरड़,के साथ कई समाज के लोगो ने आशीर्वाद लिया।