बीजापुर- नवरात्रि के अग़ाज के साथ ही बीजापुर ज़िले में रंग बिरंगी बथुकम्मा सजने लगती है। हर गाँव में अलग तरीक़े से बथुकम्मा को स्थानीय श्रध्दालु मनाते हैं पूजते हैं। बीजापुर ज़िले के भोपालपटनम क्षेत्र में बथुकम्मा को लेकर भक्तिमय माहौल देखा जा सकता है। तेलंगाना और महाराष्ट्र से लगे होने के चलते यहाँ बथुकम्मा को लेकर लोगों में ज़्यादा रुचि देखी जाती है। भोपालपटनम क्षेत्र के शहरी और ग्रामीण इलाक़ों में बीते तीन दिनों से बीजापुर के विधायक विक्रम मंडावी बथुकम्मा में पहुँच रहे हैं। बीते दो दिनों में भोपालपटनम विकासखंड के 80 गाँव के 200 से ज़्यादा बथुकम्मा स्थानों में पहुँचकर दर्शन कर चुके हैं। अभी तारलागूड़ा क्षेत्र के बथुकम्मा स्थलों का दौरा शेष है। ऐसे छोटे बड़े सभी इलाक़े जहां बथुकम्मा सजता है उन इलाक़ों में जाकर लोगों से मिल रहे हैं और दर्शन कर आशीर्वाद ले रहे हैं।
बीते कुछ वर्षों में बीजापुर ज़िले के कई गाँवो में बथुकम्मा शेड बनाये गये हैं।शेड बनने से बथुकम्मा में बारिश से होने वाली परेशानी से लोगों को राहत तो मिली ही साथ ही देवी की सुरक्षा भी होती है। एक वक्त था जब बथुकम्मा खुले आसमान के नीचे मनाया जाता था बारिश हो जाने से श्रद्धालु परेशान रहते थे। शेड बनने के बाद लोगों में बथुकम्मा को लेकर रुझान बढ़ा है।
PM भी दे चुके हैं बधाई.
तेलंगाना का पुष्प उत्सव बथुकम्मा हाल ही में शुरू हुआ, जिसमें राज्य भर में बड़ी संख्या में महिलाओं ने उत्सव में भाग लिया। बथुकम्मा पर्व पितृपक्ष यानि भादो की अमावस्या (जिसे महालया की अमावस्या भी कहा जाता है) से आरंभ होकर नवरात्र की अष्टमी के दिन पूर्ण होता है। शालिवाहन संवत के अनुसार यह पर्व अमावस्या तिथि से शुरू होकर दुर्गाष्टमी तक चलता है। तेलुगू परंपरा में कहें तो 9 दिनों का यह त्योहार रविवार यानि येंगली बथुकम्मा से आरंभ होकर सद्दुला बतुकम्मा को समाप्त होगा। अंग्रेजी कैलेंडर के मुताबिक इस वर्ष 25 सितम्बर से 3 अक्टूबर 2022 तक बथुकम्मा समारोह आयोजित हो रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने बथुकम्मा के पावन अवसर पर सभी देशवासियों, विशेषकर तेलंगाना की नारी शक्ति को बधाई दी है।