दंतेवाड़ा@ जिला पंचायत सदस्य व बीजेपी के मंडल महामंत्री रामू नेताम ने आज प्रेसनोट जारी करते हुये कांग्रेस सरकार पर मनरेगाकर्मियों की हड़ताल को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। श्री नेताम ने जारी प्रेसनोट के माध्यम से कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बने लगभग साढ़े 3 वर्ष होने को आए पर इस सरकार का छत्तीसगढ़ के विकास के लिए अबतक कोई ब्लू प्रिंट नज़र नहीं आ रहा है । साथ ही प्रदेश सरकार इस कदर अहंकारी हो चुकी है कि वो आम जनता तो दूर अपने ही कर्मचारियों के प्रति सरकार का रवैया तानाशाहीपूर्ण नजर आता है।
चुनाव के समय किए गए अपने लोक लुभावने वादों से कांग्रेस सत्ता पाने में तो कामयाब रही परंतु जब उन वादों को मूर्तरूप देने का अवसर आया तो सरकार बहानेबाजी करने में व्यस्त है ।
जब जनता और कर्मचारी सरकार को उनका घोषणा पत्र स्मरण करवाते हैं तो सरकार उनको धमकाने का प्रयास करती है ,अपनी मांगों को लेकर सरकार को उनका घोषणा पत्र याद दिलवाने बैठे मनरेगा कर्मियों को प्रशासन दबाव डालकर एक बॉन्ड भरवाना चाहता था जिसके विरोध में दंतेवाड़ा के 178 कर्मियों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया था पर इसके बाद भी सरकार की प्रशासनिक दादागिरी कम नहीं हुई जिससे नाराज होकर प्रदेशभर के लगभग 12000 मनरेगा कर्मियों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया है।
श्री नेताम ने कहा कि इसी तरह अतिथि शिक्षक भी अपनी उचित मांगों को लेकर विगत कई दिनों हड़ताल पर बैठे हैं और सरकार लगातार उन शिक्षकों की उपेक्षा कर रही है ।जबकि हाल ही की खबर के अनुसार प्रदेश में कई स्कूल शिक्षकविहीन हैं और कई स्कूलों में शिक्षा व्यवथा इन्ही अतिथि शिक्षकों के भरोसे चल रही थी ।
इसके बाद भी सरकार में बैठे लोगों का अहंकार कम नहीं हो रहा वो मनरेगा कर्मियों को धमकी दे रहे हैं कि मनरेगा कर्मियों ने सरकार की बात नहीं सुनी तो वो नई भर्तियां करेंगे ।
भूपेश सरकार का कर्मचारियों की मांगों के प्रति यह तानाशाहीपूर्ण रवैया प्रदेश में असंतोष का माहौल पैदा कर रहा है। रामू नेताम का कहना है कि विभिन्न कर्मचारियों की इन दिनों चल रही यह नाराजगी इस सरकार को ले बैठेगी। मगर अभी तो आमजन को इसका खमियाजा भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार को अपना अडिय़ल रवैया छोडक़र कर्मचारियों की मांगों पर सहानुभूतिपूर्ण विचार कर इस हड़ताल को तत्काल खत्म करवाना चाहिए। दूसरी ओर प्रदेश का किसान वर्ग भी उर्वरक की कमी से जूझ रहा है ,सरकार के सरकार के अदूरदर्शिता पूर्ण रवैया के कारण ही किसानों के एक बड़े वर्ग को बाजार से दुगने दामों में उर्वरक खरीदना पड़ रहा है ।
उक्त बातें भाजपा के जिला पंचायत सदस्य रामू नेताम ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कही हैं ,उन्होंने प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार ने यदि तानशाही रवैया नहीं छोड़ा तो समय आने पर जिस जनता ने उन्हें कुर्सी पर बिठाया है वही उन्हें उखाड़ फेंकेगी ।