दंतेवाड़ा@ दंतेवाड़ा जिले के अंदुरुनी इलाकों में शिक्षा व्यवस्था के दावों की पोल खोलती तस्वीर उस वक्त उजागर हुई, जब कटेकल्यान के जागरूक जनप्रतिनिधि और ग्रामीणों ने डियूटी टाइम में एक शिक्षक को शिक्षकीय कार्य छोड़कर ऑटो में अंडे बेचते रंगेहाथ पकड़ा जिसका वीडियो भी जनप्रतिनिधियों ने बनाकर शिक्षक को समझाईश देते नजर आ रहे हैं। वीडियो देखिये
दरअसल कटेकल्याण ब्लाक के जनप्रतिनिधि सुखराम नाग, नरेश नाग व तुलसी आदिवासी संघ के सदस्य ने जिस ऑटो रिक्शा को बीच सड़क में रोका उस पर अंडे थे. जिसे ब्लाक के एक स्कूल शिक्षक द्वारा स्कूल के समय मे दुकानों में बेचने के लिये ले जाया जा रहा था। जिसका विरोध करते हुये शिक्षक को समझाईश देकर छोड़ा गया ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में तैनात शिक्षक अपने उत्तरदायित्व को समझकर डियूटी के वक्त बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करते हुए अंडे न बेचे। बच्चों को पढ़ाये
जानकारी के लिये यह भी बता दे कि कटेकल्याण जैसे संवेदनशील इलाकों में शिक्षा व्यवस्था अधिकारियों की सतत मॉनिटरिंग नही होने की वजह से हासिये पर रहती है। उच्च अधिकारियों को यह वीडियो देखकर स्वतः सज्ञान लेकर शिक्षक पर नियमतः कार्यवाही करनी चाहिए।