दंतेवाड़ा@ जाको राखे साईंया, मार सके कोय,, रेलवे का ट्रैक सुनसान जंगलो में गुजरती मालगाड़ी जिसे किसी स्टेशन में रुकना ही नही है, मगर जंगलो के बीच ट्रेन अचानक पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक खींच खड़ी कर दी। क्योकि सामने एक 05 साल की मासूम बच्ची खड़ी थी।
ये घटना दाबपाल गांव के पास की जहाँ विशाखापटनम से किरन्दुल आ रही मालगाड़ी दाबपाल के पास एक 05 साल की मासूम की जिंदगी बचाने के लिये रुकी। ट्रेन जब रुकी तो वह बच्ची के करीब पहुँच गयी थी। जिसकी वजह से बच्ची घबराकर बेसुध हो गयी थी। बच्ची पारो गावड़े और उसकी माँ रामबती गावड़े वही दाबपाल गांव के रहने वाले है।
घटना की खबर रेलवे ने दंतेवाड़ा पुलिस को दी जैसे दंतेवाड़ा एसपी अभिषेक पल्लव को घटना की जानकारी लगी गीदम थाने से टीआई समेत जवानों की टीम मौके पर पहुँचकर घायल बच्ची को इलाज के दंतेवाड़ा जिला अस्पताल में भर्ती करवाया जिसके बाद बच्ची की हालत अब खतरे के बाहर बताई जा रही है।
समय रहते मालगाड़ी के रेलवे चालक की सतर्कता और गीदम पुलिस की त्वरिता से बच्ची की जान बच गयी। इन सबके कारण मालगाड़ी अपने गंतव्य स्थान में पूरे 3 घण्टे लेट से पहुँची।