खानापूर्ति दिख रही माइनिंग की कार्यवाही, शहर में जगह जगह रेत के तस्करों ने कर रखा है अवैध भंडार
दंतेवाड़ा@ दंतेवाड़ा जिले में जीवनदायनी शंखनी डंकनी नदी है,जिससे दंतेवाड़ा नगर की प्यास बुझती है, मगर दोनों नदियों में रेत के डकैतों ने अवैध उत्खनन कर नदी को ही खत्म करने की सौगंध खा ली है। और ये सब माईनिंग की नाक के नीचे हो रहा है. 02 जून गुरुवार को बालूद गांव के पास 70 से 80 ट्रिप हाईवा अवैध रेत का भंडार था बताया जा रहा है कि इस पर माईनिंग विभाग ने जप्ती की कार्यवाही करते हुए बिना फीटपास का एक ट्रक भी जप्त कर लिया है.
सबसे बड़ी बात ये है कि दंतेवाड़ा जिले में रेत तस्करी की का सामान बन गया है. और माईनिंग विभाग इस गोरखधंधे में रेत के तस्करों को संरक्षण देती नज़र आती है. दंतेवाड़ा कटेकल्याण मुख्यमार्ग में बालूद के पास जप्त रेत का भंडार बीते कई दिनों से चल रहा है. मगर माईनिंग विभाग उसे पकड़ने अब बालूद पहुँच पाई
◆दंतेवाड़ा के अलग अलग 12 ऐसे ठिकाने है जहाँ अवैध रेत भंडार कर लाखो रुपये का राजस्व को चुना रेत के तस्कर लगा रहे हैं. मगर दंतेवाड़ा में माईनिंग विभाग उस पर कार्यवाही करने के नाम से सिर्फ छोटी मछलियों को पकड़कर खानापूर्ति कर अपनी पीठ थप थपा वाह वाही बटोरने में लगा रहता है। दूसरी तरफ पर्यावरण नियमो की धज्जियां उड़ा रेत खनन करते माफिया आने वाले समय दंतेवाड़ा में एक शंखनी डंकनी नदी थी यह कहने की स्थिति में नदियों का अस्तित्व ला देंगे।