दंतेवाड़ा- किरंदुल के एक पत्रकार के खिलाफ 10 लाख रुपये लेने के आरोप ग्राम पंचायत कोडेनार ने कूटरचित तरीके से किरन्दुल थाने में एफआईआर करवाई है. जिसके विरोध में दंतेवाड़ा श्रमजीवी संघ के सभी पत्रकारों ने इस तरह की कार्यवाही की निंदा करते हुए आज संघ की तरफ से 10 सदस्यों की टीम दंतेवाड़ा एसपी अभिषेक पल्लव से मुलाकात की जहाँ पर पत्रकारों ने इस पूरे मामले की विस्तृत चर्चा की एसपी ने कहा कि महिला आयोग की तरफ से लिखित में एफआईआर दर्ज करने के लिए पत्राचार किया गया था, और अगर एफआईआर सामने पक्ष ने झूठी ही दर्ज करवा दी है, तो जांच उपरांत सारा मामला खारिज स्वतः ही हो जायेगा। साथ ही उन्होंने पत्रकारों को आश्वत किया है. कि जल्द ही इस पूरे मामले पर पुनः जांच होगी।
◆ दरअसल दंतेवाड़ा एसपी ने यह भी जानकारी साझा कि छग महिला आयोग की अध्यक्ष डॉक्टर किरणमयी नायक द्वारा रिमार्क लेटर आया था, जिस पर कार्यवाही के लिए साफतौर पर कहा गया था उसके बाद ही एफआईआर दर्ज हुई. सबसे बड़ा सवाल यहाँ पर यह उठता है। कि महिला आयोग द्वारा एकपक्षीय कार्यवाही करवाने का दबाव पुलिस पर बनाने की मंशा ही दुर्भावना से ग्रसित और नियम विरुद्ध लगती है। महिला आयोग चाहता तो दोनों पक्षो की बात सुन सकता था, मगर ऐसा नही किया गया. आख़िर कहि न कहि मौजूदा परिवेश राजनैतिक दुशाला ओढ़े कानून नियमों की भी अनदेखी करता दिखाई दे रहा है.
दंतेवाड़ा एसपी व जिलाधिकारियों से वार्ता के दौरान संघ के संरक्षक अभिषेक भदौरिया, वेदप्रकाश संगम व जिला अध्यक्ष आज़ाद सक्सेना व जिला के महासचिव जितेंद्र चौधरी, जिला उपाध्यक्ष पंकज सिंह भदौरिया, प्रदीप गौतम, अमलेंदु चक्रवती, दीक्षित जी व नफ़ीस कुरैशी मौजूद थे।