दंतेवाड़ा@ आबकारी मंत्री क्षेत्र के सबसे वरिष्ठ नेताओं में हैं, सालों से विधायक हैं पर उन्हें बस्तर के विषय में शायद जानकारी नहीं है अथवा वो अपनी पार्टी के दबाव में हैं अन्यथा कांग्रेस सरकार के सत्तासीन होली के बाद जो बड़े पैमाने पर धर्मांतरण प्रदेश और विशेषकर बस्तर जिले में हो रहे हैं उसके विषय में उन्हें जानकारी अवश्य होती।
जिला पंचायत सदस्य और बीजेपी मंडल महामंत्री ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए आबकारी मंत्री कवासी लखमा के बयान पर प्रतिक्रिया दी है उन्होंने कहा कि ये सर्वविदित है कि कांग्रेस पार्टी की मानसिकता ही सनातन संस्कृति के विरुद्ध रही है, केंद्र की सत्ता पर रहते हुए कांग्रेस भगवान राम के अस्तित्व को नकार चुकी है, राम मंदिर की सुनवाई के दौरान कांग्रेस ने राम मंदिर के विरोध में अपने पार्टी के राजीव धवन और कपिल सिब्बल जैसे तीन-तीन वरिष्ठ वकीलों को खड़ा किया था इसी कांग्रेस ने साधु-संतों पर गोलियां चलवाई थी।
रामू नेताम ने कांग्रेस पर सनातन विरोधी होने के आरोप लगाते हुए कहा कि सदैव से ही सनातन और उसके मानने वालों को प्रताड़ित करती रही है तथा कांग्रेस सत्ता का इस्तेमाल कर साधु संतों को षड्यंत्र पूर्वक जेल भेजने से भी नहीं कतराती है ।
रामू नेताम ने कहा कि छत्तीसगढ़ में बागेश्वर धाम के
राम कथा से कांग्रेस सरकार बौखला गई है और बस्तर के वरिष्ठ नेता और आबकारी मंत्री को अपना मोहरा बनाते हुए अनर्गल बयानबाजी करवा रही है ताकि आदिवासियों में भ्रम पैदा किया जा सके।
रामू नेताम ने कहा कि कवासी लखमा कहते हैं कि बस्तर में एक भी धर्मांतरण नहीं हुआ जबकि उन्हीं के गृह जिले के पुलिस अधीक्षक ने सरकार को जिले में बड़े पैमाने पर हो रहे धर्मांतरण को लेकर चिंता जताते हुए पत्र लिखा था और जवाब में धर्मांतरण रोकने की बजाय सरकार ने उस पुलिस अधीक्षक को ही हटा दिया था।
रामू नेताम ने आबकारी मंत्री के बयान को झूठ का पुलिंदा बताते हुए कहा कि जहां सरकार के लिए पहुंचना दुर्भर है वहां मिशनरियां चर्च बना रही हैं, अगर धर्मांतरण नहीं हो रहा है तो गांव गांव में चर्च और शमशान के लिए जगह क्यों दे रही है सरकार ??!
रामू नेताम ने आबकारी मंत्री से प्रश्न करते हुए कहा है कि नारायणपुर जिले के अधिकांश गांव आज धर्मांतरण को लेकर चिंतित हैं, हजारों ग्रामीण आदिवासी लगातार धर्मातरण पर सरकार को चेता रहे हैं और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं क्या वो भी झूठ है ??!
मिशनरियों के दबाव में कांग्रेस सरकार आदिवासियों के विरोध को अपने झूठ से ढांकने के लिए आबकारी मंत्री को आगे किया है जिससे आदिवासियों में भ्रम को स्थिति पैदा हो। परंतु प्रदेश और देश की जनता के समक्ष कांग्रेस का सनातन विरोधी चेहरा सामने आ चुका है।
रामू नेताम ने आबकारी मंत्री से इस्तीफा मांगते हुए कहा कि प्रदेश में धर्मांतरण के पीछे राज्य सरकार का प्रत्यक्ष भूमिका है जो मिशनरियों के हाथों में खेल रही है इसलिए आबकारी मंत्री को अपने सफेद झूठ के लिए तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए ।