दंतेवाड़ा@ दंतेवाड़ा में पशुधन विभाग की अलबेली करतूत में एक और नया खुलासा हुआ जब गीदम के भूसे दाने के व्यापारी रमाकांत शुक्ला ने पशुधन विभाग प्रभारी डीडी अजमेर कुशवाह के नाम एक शिकायत दंतेवाड़ा कलेक्टर को करते हुऐ अपने 9 महीने से बचे भूसे दाने के 3लाख 77हजार 6सौ40 रुपये का भुगतान विभाग से करवाने की गुहार लगाई।
व्यापारी रमाकांत शुक्ला ने दंतेवाड़ा कलेक्टर को दिये पत्र में लिखा है कि प्रभारी उपसंचालक अजमेर कुशवाह ने उनकी दुकान से दंतेश्वरी गोसंवर्धन शोधकेंद्र टेकनार के लिये भूसा और पैरा कुट्टी मवेशियों के लिए जनवरी से मई महीने तक 377640/- (तीन लाख सतत्तर हजार छः सौ चालीस रुपये) का खरीदा था.जिसका भुगतान देने के नाम पर प्रभारी उपसंचालक अजमेर कुशवाह लगातार बीते 9 महीने से व्यापारी को घुमा रहा है.
◆पैसे मांगने पर बहाने-
पैसे मांगने पर अधिकारी व्यापारी रमाकांत शुक्ला से फोन पर अभी बाहर हूँ,मीटिंग में हूँ, एक सप्ताह बाद करवाता हूँ, ऐसे बहाने बनाकर 9 महीने बीता दिये. मगर भुगतान के नाम पर एक फूटी कौड़ी भी व्यापारी को नही किया गया
◆ कलेक्टर से मिले तो और भुगतोगे-
पशुधन विकास विभाग के अधिकारी अजमेर कुशवाह से जब व्यापारी ने दंतेवाड़ा के शीर्ष नेतृत्व पर बैठे कलेक्टर से शिकायत करने की बात कही तो व्यापारी को धमकी भरे लहजे में कह दिया कलेक्टर से अगर मिले तो भुगतान के लिए लंबा भुगतोगे। व्यापारी ने दंतेवाड़ा कलेक्टर से गुहार लगाते हुए कहा है कि पशुधन ऑफिस के चक्कर काटते काटते थक गये है. साथ ही अपनी दयनीय स्थिति का हवाला देते हुए दंतेवाड़ा कलेक्टर से लंबित भुगतान जल्द दिलवाने की गुहार भी लगाई है।
सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि लाखों रुपए का भूसा दाना पशु विभाग को बेचने के बाद अपने ही पैसों के लिए आखिर व्यापारी को विभाग के अधिकारी कुशवाहा क्यो घुमा रहे हैं? या व्यापारी के भुगतान की राशि हजम करने की तैयारी अधिकारी ने बना ली है. खैर जो भी हो अब व्यापारी ने दंतेवाड़ा कलेक्टर से गुहार लगाई है तो उसे उसके हक़ के पैसे मिलने की नयी उम्मीद फिर से उठ गई है।