पवन दुर्गम, बीजापुर : बस्तर और सरगुजा संभाग में हाल ही में  बीएड योग्यता धारी सहायक शिक्षकों की सेवा सुरक्षाको लेकर गहराते संकट के बीच, एक दुखद घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया। दंतेवाड़ा जिले की सहायकशिक्षिका, स्वर्गीय हेमा सिंह मैडम, जो जिला कलेक्टर को बीएड शिक्षकों की सेवा सुरक्षा हेतु ज्ञापन सौंपकर लौट रहीथीं, दुर्भाग्यवश सड़क दुर्घटना में उनका निधन हो गया।   ज्ञात हो कि सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले में  बीएड योग्यता को प्राथमिक शिक्षक पद के लिए अमान्य घोषित कियागया है, जिसके कारण बस्तर और सरगुजा संभाग के सैकड़ों सहायक शिक्षक गहरे संकट में हैं। इस फैसले से न केवलउनकी नौकरी, बल्कि उनका भविष्य भी अधर में लटक गया है।   हेमा सिंह मैडम, अपने साथियों के हक की लड़ाई लड़ते हुए अंतिम समय तक सेवा सुरक्षा के लिए संघर्ष करती रहीं।आज, बस्तर संभाग के सैकड़ों बीएड सहायक शिक्षक लालबाग मैदान, जगदलपुर में एकत्रित हुए और उनके सम्मान में लालबाग मैदान से कोतवाली तक कैंडल मार्च निकालते हुए उन्हें भावभिनी श्रद्धांजलि अर्पित किए। इस घटना ने शिक्षकों के बीच गहरे दर्द और असुरक्षा की भावना को जन्म दिया है, जो अपने भविष्य को लेकर अनिश्चितता में जी रहे हैं।  
पवन दुर्गम, बीजापुर : बस्तर और सरगुजा संभाग में हाल ही में  बीएड योग्यता धारी सहायक शिक्षकों की सेवा सुरक्षाको लेकर गहराते संकट के बीच, एक दुखद घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया। दंतेवाड़ा जिले की सहायकशिक्षिका, स्वर्गीय हेमा सिंह मैडम, जो जिला कलेक्टर को बीएड शिक्षकों की सेवा सुरक्षा हेतु ज्ञापन सौंपकर लौट रहीथीं, दुर्भाग्यवश सड़क दुर्घटना में उनका निधन हो गया।   ज्ञात हो कि सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले में  बीएड योग्यता को प्राथमिक शिक्षक पद के लिए अमान्य घोषित कियागया है, जिसके कारण बस्तर और सरगुजा संभाग के सैकड़ों सहायक शिक्षक गहरे संकट में हैं। इस फैसले से न केवलउनकी नौकरी, बल्कि उनका भविष्य भी अधर में लटक गया है।   हेमा सिंह मैडम, अपने साथियों के हक की लड़ाई लड़ते हुए अंतिम समय तक सेवा सुरक्षा के लिए संघर्ष करती रहीं।आज, बस्तर संभाग के सैकड़ों बीएड सहायक शिक्षक लालबाग मैदान, जगदलपुर में एकत्रित हुए और उनके सम्मान मेंलालबाग मैदान से कोतवाली तक कैंडल मार्च निकालते हुए उन्हें भावभिनी श्रद्धांजलि अर्पित किए। इस घटना नेशिक्षकों के बीच गहरे दर्द और असुरक्षा की भावना को जन्म दिया है, जो अपने भविष्य को लेकर अनिश्चितता में जी रहेहैं।  
पवन दुर्गम, बीजापुर : बस्तर और सरगुजा संभाग में हाल ही में  बीएड योग्यता धारी सहायक शिक्षकों की सेवा सुरक्षा को लेकर गहराते संकट के बीच, एक दुखद घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया। दंतेवाड़ा जिले की सहायकशिक्षिका, स्वर्गीय हेमा सिंह मैडम, जो जिला कलेक्टर को बीएड शिक्षकों की सेवा सुरक्षा हेतु ज्ञापन सौंपकर लौट रहीथीं, दुर्भाग्यवश सड़क दुर्घटना में उनका निधन हो गया।   ज्ञात हो कि सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले में  बीएड योग्यता को प्राथमिक शिक्षक पद के लिए अमान्य घोषित कियागया है, जिसके कारण बस्तर और सरगुजा संभाग के सैकड़ों सहायक शिक्षक गहरे संकट में हैं। इस फैसले से न केवलउनकी नौकरी, बल्कि उनका भविष्य भी अधर में लटक गया है।   हेमा सिंह मैडम, अपने साथियों के हक की लड़ाई लड़ते हुए अंतिम समय तक सेवा सुरक्षा के लिए संघर्ष करती रहीं।आज, बस्तर संभाग के सैकड़ों बीएड सहायक शिक्षक लालबाग मैदान, जगदलपुर में एकत्रित हुए और उनके सम्मान मेंलालबाग मैदान से कोतवाली तक कैंडल मार्च निकालते हुए उन्हें भावभिनी श्रद्धांजलि अर्पित किए। इस घटना नेशिक्षकों के बीच गहरे दर्द और असुरक्षा की भावना को जन्म दिया है, जो अपने भविष्य को लेकर अनिश्चितता में जी रहेहैं।  
पवन दुर्गम, बीजापुर : बस्तर और सरगुजा संभाग में हाल ही में  बीएड योग्यता धारी सहायक शिक्षकों की सेवा सुरक्षाको लेकर गहराते संकट के बीच, एक दुखद घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया। दंतेवाड़ा जिले की सहायकशिक्षिका, स्वर्गीय हेमा सिंह मैडम, जो जिला कलेक्टर को बीएड शिक्षकों की सेवा सुरक्षा हेतु ज्ञापन सौंपकर लौट रहीथीं, दुर्भाग्यवश सड़क दुर्घटना में उनका निधन हो गया।   ज्ञात हो कि सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले में  बीएड योग्यता को प्राथमिक शिक्षक पद के लिए अमान्य घोषित कियागया है, जिसके कारण बस्तर और सरगुजा संभाग के सैकड़ों सहायक शिक्षक गहरे संकट में हैं। इस फैसले से न केवलउनकी नौकरी, बल्कि उनका भविष्य भी अधर में लटक गया है।   हेमा सिंह मैडम, अपने साथियों के हक की लड़ाई लड़ते हुए अंतिम समय तक सेवा सुरक्षा के लिए संघर्ष करती रहीं।आज, बस्तर संभाग के सैकड़ों बीएड सहायक शिक्षक लालबाग मैदान, जगदलपुर में एकत्रित हुए और उनके सम्मान मेंलालबाग मैदान से कोतवाली तक कैंडल मार्च निकालते हुए उन्हें भावभिनी श्रद्धांजलि अर्पित किए। इस घटना नेशिक्षकों के बीच गहरे दर्द और असुरक्षा की भावना को जन्म दिया है, जो अपने भविष्य को लेकर अनिश्चितता में जी रहेहैं।  
बीजापुर- छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार जिला कांग्रेस कमेटी ने बुधवार को जिला मुख्यालय बीजापुर में...
बीजापुर- समक्का- सारक्का के दर्शन करने बस्तर सांसद महेश कश्यप मेडारम पहुँचे हैं। परिवार और कार्यकर्ताओं के...
पवन दुर्गम, बीजापुर: छत्तीसगढ़ के भैरमगढ़, बीजापुर की निवासी प्रार्थना जाटव ने फैशन अफिनिटी द्वारा आयोजितमिस इंडिया छत्तीसगढ़ प्रतियोगिता में अपनी अद्भुत प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए टॉप 15 में अपनी जगह बनाई है।प्रार्थना जाटव, जो कि 19 वर्ष की हैं, इससे पहले मिस बीजापुर 2023 की रनर-अप रह चुकी हैं और अब अपनेमॉडलिंग करियर की दिशा में कदम बढ़ा रही हैं। प्रार्थना जाटव बस्तर विश्वविद्यालय के बी.एससी. द्वितीय वर्ष की छात्रा हैं और उन्हें मेकअप, फैशन डिजाइनिंग, औरड्रेसिंग में विशेष रुचि है। उन्होंने बताया कि उन्हें फैशन शो में मॉडल के रूप में अपने करियर की शुरुआत करने काअवसर फैशन अफिनिटी के माध्यम से मिला और वे इसके लिए अत्यंत आभारी हैं। फैशन अफिनिटी के निदेशक ने बताया कि यह प्रतियोगिता हर साल एक बार आयोजित होती है, जो राज्य स्तर परहोती है। इसमें ऑडिशन के माध्यम से चयन प्रक्रिया होती है। चयनित प्रतिभागी सेमीफाइनल में जाते हैं और जोसेमीफाइनल में सफल होते हैं, वही प्रतियोगी फाइनल में पहुंचते हैं। इसके अलावा, प्रतियोगियों को विशेष कक्षाएं भीकराई जाती हैं, जो उनके प्रदर्शन को और निखारने का काम करती हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रतियोगिता उन युवाओं केलिए पहला और महत्वपूर्ण मंच है, जो इस क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं। प्रार्थना जाटव का चयन छत्तीसगढ़ के इस प्रतिष्ठित ब्यूटी पेजेंट में हुआ है, जो उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण काप्रमाण है। उनके इस सफर ने न केवल उनके परिवार और शहर का नाम रोशन किया है, बल्कि अन्य युवाओं के लिए भीप्रेरणा का स्रोत बना है।
The Aware News