दंतेवाड़ा@ शिक्षक अगर शिक्षकीय कार्य छोड़कर छात्रों से दिनभर अपने घर पर झाड़ू-पोछा बाथरूम साफ करवाता है। तो ये अत्याचार ही कहलायेगा। दंतेवाड़ा जिले में सबकुछ संभव है. दरअसल पूरा मामला गीदम के एक सरकारी माध्यमिक स्कूल से जुड़ा है.जहाँ पदस्थ शिक्षक सत्यनारायण राव अपने ही स्कूल के 7वी में पढ़ने वाले छात्र रमेश कश्यप को रविवार की छुट्टी के दिन अपने घर ले जाकर 5 घण्टे तक घर की साफ सफाई जबरन करवाता रहा. जिसके बाद स्कूली छात्र की तबियत अचानक बिगड़ गयी और उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गीदम में भर्ती करवाना पड़ा।
जहाँ छात्र ने स्वयं मीडिया को बताया कि मुझे जबरदस्ती काम कराया गया वही छात्र रमेश की मां ने जानकारी देते हुए बताया कि बच्चे को स्कूल पड़ने भेजते है लेकिन वहां के शिक्षक घर में काम करवाते है घर में ब्लीचिंग पाउडर से आंगन साफ करवाया साथ ही बाथरूम को साफ करवाया उसी दिन से मेरे बेटे की तबियत खराब हो गई और हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया और ग्लूकोश की बोतल भी चढ़ाया गया मेरे बेटे को अगर कुछ होता तो जिम्मेदार कौन होता डेंगू जैसी बीमारी के समय भी शिक्षक के. सत्यनारायण. राव स्कूल के बच्चो के जान से खिलवाड़ कर रहे है।
अब देखने वाली बात ये है कि इस तरह के घटिया शिक्षक पर शिक्षा विभाग और प्रशासन क्या कार्यवाही करता है।