कुआकोंडा ब्लाक के डीएवी मुख्यमंत्री पब्लिक स्कूल हितावर में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती महोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय प्राचार्य श्री बीके शर्मा के द्वारा बच्चों और शिक्षक-शिक्षिकाओ की उपस्थिति में सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा में माल्यार्पण कर तिलक लगाकर महान स्वतंत्रता सेनानी को याद किया। ततपश्चात विद्यालय के बच्चों ने कविता व भाषण के माध्यम से उनके द्वारा देशहित में किये गये कार्यो का उल्लेख किया गया।
सुनिये बच्चो का ये गीत
विद्यालय के सामाजिक- विज्ञान के शिक्षक नरेन्द्र कुमार ठाकुर ने अपने भाषण में नेताजी के जन्म से लेकर उनके द्वारा किए गए कार्यो का उल्लेख किया और बताया कि उनका जन्म 23 जनवरी 1897को कटक(उड़ीसा) में हुआ था। उनके पिता का नाम जानकीनाथ बोस था,जो एक वकील थे।
उन्होंने भारत को ब्रिटिश शासन से मुक्त करने के लिए आजाद हिंद फौज का नेतृत्व किया।”तुम मुझे खून दो,मैं तुम्हें आजादी दूंगा।” यह नारा दिया। उन्होंने भारतीयों को अंग्रेजों के खिलाफ उनकी लड़ाई में शामिल होने के लिए प्रेरित किया।
ततपश्चात विद्यालय के प्राचार्य श्री बीके शर्मा ने अपने भाषण के माध्यम से नेताजी को एक सच्चा देश भक्त बताया।देश के लिये किये गये उनके कार्य से आज भी लाखों भारतीय को प्रेरित होते हैं। सुभाष चंद्र बोस के कथनों को दोहराते हुए कहा कि “सफलता हमेशा असफलता के स्तम्भ पर खड़ी होती है। इसीलिए किसी भी असफलता से घबराना नहीं चाहिए। हमारा कर्तव्य है कि हम अपनी स्वतंत्रता का मोल खून से चुकाये। अगर कभी झुकने की नौबत आ जाये तो वीरो की तरह झुको । उच्च विचारो से कमजोरी दूर होती हैं, इसलिए इंसान को उच्च विचार पैदा करते रहना चाहिए। अगर जीवन में सफल होना चाहते हैं तो अपने विचारों को ऊँचा रखना होगा।