बीजापुर : बीजापुर ज़िला मुख्यालय में पदस्त शिक्षा विभाग के अधिकारी और अधीक्षिका के बीच कमीशन के लेनदेन का ऑडियो इन दिनों सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। वायरल ऑडियो में अधिकारी और अधीक्षिका भुगतान के बदले कमीशन और अपने उच्च अधिकारियों तक पहुँचाने वाले कमीशन की बात करते सुनाई देते हैं। ऑडियो में कमिश्नर के नाम से भी रिश्वत पहुँचाये जाने का ज़िक्र हुआ है।
संबंधित मण्डल संयोजक ने बताया कि ऐसी कोई चर्चा मेरी किसी से नहीं हुई है। मेरी आवाज में ऑडियो रिकॉर्डिंग करना और वायरल करना दर्शाता है कि मेरे ख़िलाफ़ बड़ा षड्यंत्र जानबूझकर रचा गया है। एक बड़ा तबका मुझे मेरे पद से हटाने के लिए लंबे वक्त से लगा हुआ है। संबंधित महिला से मेरे ऐसी कोई बातचीत कभी हुई ही नहीं। आजकल तकनीक का जमाना है ज़रूर किसी ने मुझे बदनाम करके मुझे पद से हटाने के लिए घिनौनी साज़िश रची है। इस संबंध में उच्च अधिकारियों को मैं जानकारी दूँगा और अपना पक्ष रखूँगा.
बता दें कि उसूर विकासखंड के मंडल संयोजक पर भी शिष्यवृत्ति में फ़ोनपे से कमीशन लेने के आरोपों के साथ शिकायतकर्ताओं ने स्क्रीनशॉट सौंपे थे। साथ ही रिश्वत के पैसों की डिमांड करते क़रीब 18 मिनट का वीडियो भी व्हाट्सअप ग्रुप्स में वायरल हुआ था। तत्कालीन कलेक्टर अनुराग पांडेय ने पूरे मामले में ज़िला पंचायत सीईओ को जाँच अधिकारी बनाया था। शिकायतकर्ताओं के बयान भी दर्ज हो चुके हैं। जाँच में क्या निकलकर आया इसकी कोई रिपोर्ट अभी तक सामने नहीं आया है। लेकिन गंभीर आरोपों से घिरे मण्डल संयोजक को कलेक्टर ने हटाकर नये मण्डल संयोजक का आदेश कर दिया था।