
दन्तेवाड़ा-
जिला पंचायत अध्यक्ष/उपाध्यक्ष के चुनाव में कांग्रेस ने 04 सदस्यों के बावजूद सीपीआई का समर्थन से अध्यक्ष /उपाध्यक्ष दोनों ही पदों में कब्जा जमाने मे कामयाब रही. क्योकि भाजपा 05 सदस्यों को लेकर उपाध्यक्ष पद में आपस मे उलझ गयी। जिसकी वजह से उसे दोनों पदों से हाथ धोना पड़ गया। चुनाव भी दोनों पदों पर हुआ. 05 वोट अध्यक्ष पद के लिए मालती मुड़ामी और 05 वोट तूलिका कर्मा को मिले। लेकिन टाई मुकाबले में लाटरी की पर्ची तूलिका कर्मा के नाम की खुली। इसी तरह से उपाध्यक्ष पद के रामू नेताम और सुभाष सुराना के बीच भी 05-05 वोट के बाद लाटरी से निर्णय लिया गया। और उपाध्यक्ष पद भी कांग्रेस के खाते में गया। इस तरह से कांग्रेस ने जीत की बाज़ी मार ली।

◆ बीजेपी के पास 05 सदस्य थे, और उसे महज 1 सदस्य की जरूरत थी. सीपीआई से जीती सदस्य विमला सोरी को भी बीजेपी ने चुनाव के वक्त समर्थन दिया था. क्योकि जिला पंचायत चुनाव में बीजेपी से समर्थित कोई प्रत्याशी विमला सोरी के खिलाफ नही उतरा था. इस लिहाज से भी भाजपा का पलड़ा भारी माना जा रहा था.

लेकिन बीजेपी पार्टी की तरफ से दन्तेवाड़ा का जिला पंचायत चुनाव करवाने पहुँचे पर्यवेक्षक और जिला अध्यक्ष ने सीपीआई के समर्थन को लेने कोई रुचि नही दिखाई. जिसका सीधा खामियाजा दन्तेवाड़ा में अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के चुनाव में बीजेपी को उठाना पड़ा। तूलिका कर्मा प्रचंड बहुमतों से बिना कांग्रेस के समर्थन से चुनाव जीतकर जिला पंचायत अध्यक्ष के पद तक पहुँचकर अपनी राजनैतिक कुशलता का परिचय भी दे दिया। क्योकि दन्तेवाड़ा उपचुनाव में भी उन्हें अपनी ही पार्टी से उपेक्षाओं के गहरे दंश झेलने पड़े थे। मगर अब उनके विरोधी भी उनकी राजनीतिक क्षमताओं की तारीफ कर रहे है।
